Mutual fund in hindi – म्यूच्यूअल फण्ड क्या है ?

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mutual fund in hindi share market

अपनी रोजमर्रा की जिन्दगी में आपने म्यूच्यूअल फण्ड का नाम जरुर सुना होगा इसके बारे में जानने की इच्छा भी होगी तो आज हम आपसे बात करने वाले है Mutual fund in hindi – म्यूच्यूअल फण्ड क्या है ? के बारे में !

Mutual fund पैसा कमाने का बहुत आसान और अच्छा तरीका है यहाँ आप अपनी बचत की राशि को निवेश कर सकते है ओत निवेश करने के लिए आपको हजारो लाखो रूपए की जरुरत नहीं है यहाँ आप ₹500  रूपए प्रतिमाह या फिर कुछ mutual funds में तो आप ₹100 या ₹200 प्रतिमाह की छोटी कीमत से भी निवेश कर सकते है |

Mutual funds के बारे में लोगो के बीच कुछ गलत धारणा भी फैली हुई है Mutual funds और Share Market को लोग एक सा ही समझते है हालाँकि दोनों दोनों ही बाज़ार का हिस्सा है और निवेशक दोनों में ही निवेश करते है लेकिन दोनों के बीच काफी अंतर है Share market के बारे में जानने के लिए आप नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करे |

1.Mutual funds क्या है ?

म्यूच्यूअल फण्ड दो शब्दों से मिलकर बना हुआ है “Mutual” – “पारस्परिक” और “fund” – “निधि” मतलब पारस्परिक निधि किन्तु आज इसका अंग्रेजी नाम ही अधिक प्रचलित है यह एक प्रकार का सामूहिक निवेश होता है जहाँ निवेशको का पैसा सामूहिक रूप से एक साथ निवेश किया जाता है |इस निवेश की राशि को अलग अलग निवेश क्षेत्रो में निवेश किया जाता है कोशिश यह की जाती है कि निवेशको को निवेश की गई राशि से अधिक मुनाफा दिया जाये |

mutual fund in hindi share market

इस सब Mutual fund की धन राशि को प्रबंधित करने और निवेश करने के लिए फण्ड प्रबंधक की नियुक्ति की जाती है जो की यह निर्णय  करता है की निवेश को कहा करना है जिससे अधिक मुनाफा हो सके| प्रबंधक का कार्य होता है कि निवेशो को निर्धारित करे और लाभ हानि का हिसाब रखे |इस प्रकार से जो लाभ या हानि होता है वो निवेश की गई राशी के अनुरूप निवेशको में बांटा जाता है |

निवेश करने की इच्छा तो व्यक्ति में होती है लेकिन बाज़ार के व्यवहार के बारे में जानकारी न होने के कारण वह निवेश नहीं कर पाते ऐसे ही लोगो के लिए जिन्हें बाज़ार के बारे में पूर्ण ज्ञान नहीं है उनके लिए Mutual fund सबसे सुलभ मार्ग है | Mutual fund in hindi

यहाँ आपको share market  ले बारे में जानकारी की या अपने निवेश के लिए किसी प्रकार की चिंता करने की कोई आवयकता नहीं है कब शेयर खरीदना या कब बेचना या कहा पर किस share ने निवेश करना है एस प्रकार की कोई सी चिंता आपको नहीं करनी है यह सब कार्य आपके Mutual fund का प्रबंधक करता है क्योकि वह निवेशको के लिए निवेश का रखरखाव का सारा कार्य देखता है |

Mutual fund  के share के कीमत की नेट एसेट वैल्यू (NAV) कहलाती है इसकी गणना के लिए फण्ड के कुल मूल्य को निवेशको द्वारा ख़रीदे गये शेयरों की संख्या से विभाजित किया जाता है तो कुछ एस प्रकार से Mutual fund की गणना की जाती है  |

2.Mutual fund का गठन किस प्रकार से होता है ?

Mutual fund का गठन एक ट्रस्ट के रूप में किया जाता है जो की प्रायोजक (Sponser)और एसेट मैनेजमेंट कम्पनी (AMC) के अधीन होता है ट्रस्ट की स्थापना एक या उससे अधिक प्रायोजको  (Sponsers ) के द्वारा की जाती है जिस प्रकार से कंपनियों के प्रमोटर (Promoter) होते है उसी प्रकार से mutual fund के प्रायोजक (Sponser) होते है

Mutual fund “Securities Exchange Board of India” (SEBI) के अंतर्गत पंजीकृत होता है SEBI भारत में share market  बाज़ार पर नियन्त्रण करती है यह संस्था निवेशको के पैसो को सुरक्षित रखते पर भी नजर रखती है इसके द्वारा यह सुनिश्चित किया जाता है की कही कोई कंपनी निवेशको के साथ धोखा तो नहीं कर रही है |

भारतमे Mutual fund  बहुत पहले से है लेकिन बाज़ार के बारे में ज्ञान न होने के कारण एस बारे में लोगो को इसके बारे में ज्यादा जानकारी नहीं थी UTI(AMC) भारत की सबसे पुरानी Mutual fund  कम्पनी है |

mutual fund in hindi

3.Mutual fund  के प्रकार

भारत में Mutual fund  के प्रकार की बात करे तो यहाँ इंडेक्स फण्ड,लार्ज कैप फण्ड,मिड कैप फण्ड,टैक्स सेविंग फण्ड,ग्रोथ फण्ड,बैलेंस फण्ड इसके अलावा और भी कई प्रकार के फण्ड है जिनके बारे में हम आगे विस्तारपूर्वक बात करेंगे

1.Index scheme – इंडेक्स योजना

निवेशक यदि किसी विशेष शेयर में निवेश नहीं करना चाहता तो वह इंडेक्स योजना वाले शेयरों में निवेश कर सकता है क्योकि इसमे केवल इंडेक्स वाले शेयरों में ही ही निवेश किया जाता है यदि इंडेक्स बढ़ता है तो निवेशक द्वारा निवेश की राशी भी बढती है जिससे निवेशक को अधिक फायदा होता है |

2.Growth fund -ग्रोथ फण्ड

इस प्रकार के फण्ड में उन कंपनियों में निवेश किया जाता है जो बाज़ार में तेजी से प्रगति कर रही हो एस फण्ड में निवेश अधिक लाभ के लिए किया जाता है लेकिन इसी के साथ साथ इसमे अधिक जोखिम होता है | Mutual fund in hindi

3.Balance fund -बैलेंस फण्ड

इन्हें डायनेमिक इक्विटी एसेट एलोकेशन फंड भी कहा जाता है यह प्रेफ्रेड स्टॉक,बांड और अल्पावधि बांड्स होते है यह फण्ड निवेशको के लिए काफी लाभदायक होते है इनमे जोखिम भी कम होता है और काफी हद तक पूंजी की भी सुरक्षा रहती है |

 

4.ओपन एंडेड और क्लोज एंडेड फण्ड mutual fund

ओपन एंडेड फण्ड में निवेशको को किसी भी समय फण्ड को खरीदने व बेचने की अनुमति प्रदान की जाती है इन्हें खरीदने बेचने के लिए कोई अवधि निश्चित नहीं होती इसलिए यह फण्ड निवेशको को अधिक पसंद आते है |

क्लोज एंडेड फण्ड इस प्रकार के फण्ड में निवेश की राशि के लिए परिपक्वता की अवधि होती है इसलिए निवेशक फण्ड केवल उसी अवधि के दौरान खरीद सकते है और इस तरह के फण्ड शेयर मार्केट में भी शामिल किये जाते है |

5.Dividend fund -डिविडेंड फण्ड

यदि कोई निवेशक डिविडेंड फण्ड में निवेश करता है तो कंपनियों की तरफ से समय समय पर निवेशक को डिविडेंड भी मिलता है यह नकद धनराशी निवेशक के खाते में जमा कर दी जाती है |

6.Value fund – वैल्यू फण्ड

यह ऐसे फण्ड होते है जिनमे सुरक्षा को वरीयता दी जाती है जिसके अपेक्षाकृत इनमे कम लाभ होता है किन्तु हानि की संभावना भी बहुत कम हो जाती है |

7.Money Market fund – मनी मार्केट फण्ड

मनी मार्केट फण्ड सबसे सुरक्षित माने जाते है इनका प्रमुख्य उद्देश्य निवेश की गई पूंजी को सुरक्षित रखना होता है  |

8. Equity fund – इक्विटी फण्ड

अगर आप एक लम्बे समय के लिए निवेश कर रहे है तो Equity fund आपके लिए है ये फण्ड दीर्घकालीन लाभ प्रदान करते है इन्हें share market  में भी निवेश किया जाता है इनमे जोखिम भी शामिल होता है लेकिन जोखिम के साथ साथ इन फण्ड में मुनाफा औरो के मुकाबले अधिक होता है |

9.Liquid Mutual fund – लिक्विड म्यूच्यूअल फण्ड

यह निवेश करने का सुरक्षित विकल्प है यह फण्ड कम समय वाले होते है तो यदि आप कम समय के लिए निवेश करना चाहते है तो लिक्विड फण्ड आपकी  पसंद हो सकते है |

10.Debt fund – डेब्ट फण्ड

इस तरह के फण्ड में निवेशक को जोखिम कम मिलता है निवेशक डिबेंचर,सरकारी बांड या अन्य निश्चित आय में निवेश करते है तो यह सुरक्षित निवेश है | Mutual fund in hindi

Equity fund की ही तरह यह Debt fund अलग अलग सिक्योरिटीज में निवेश करके अच्छा मुनाफा मिलता है ;लेकिन इसमे रिटर्न की कोई गारंटी नहीं है फिर भी डेब्ट fund में रिटर्न का एक अनुमान लगाया जा सकता है यह छोटे निवेशक के लिए  सुरक्षित बनाता है |

 

तो आज Mutual fund in hindi का यह विषय आपको कैसा लगा अच्छा लगा हो तो अपने दोस्तों और रिश्तेदारों के साथ इसे शेयर जरुर करे यदि कोई प्रश्न हो तो नीचे कमेंट बॉक्स में कमेंट जरुर करे धन्यवाद !

 

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