आपने अक्सर अख़बार,टेलीविज़न और सोशल मीडिया के माध्यम से सेंसेक्स (Sensex) शब्द जरुर सुना या पढ़ा होगा |सेंसेक्स आज इतने अंक ऊपर उछला या सेंसेक्स आज इतने अंक नीचे लुढका अक्सर ही आपने इन सब बातो को सुना होगा सेंसेक्स Share Market का एक एहम हिस्सा है और एक बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है तो आज हम बात करने वाले है Sensex in hindi – सेंसेक्स क्या है ?
1.Sensex क्या है ? अर्थ
सेंसेक्स (Sensex)मुंबई में स्थित Share Market शेयर बाज़ार (BSE) का सूचकांक है BSE का अर्थ है बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज |
सेंसेक्स की बात करे तो सेंसेक्स दो शब्दों से मिलकर बना है “Sensitive” अर्थ “संवेदी” और “Index” अर्थ “सूचकांक” अर्थात “संवेदी सूचकांक”
Sensex भारतीय शेयर बाज़ार (Stock Market) में सूचीबद्ध कंपनियों के भावो में उतार/चढ़ाव को बताता है इसी के जरिये हम सूचीबद्ध 30 बड़ी कम्पनी के बाज़ार में प्रदर्शन की जानकारी प्राप्त करते है |
Sensex की शुरुआत 1 जनवरी 1986 में हुई थी इसमे 30 बड़ी कंपनियां शामिल होती है जो अपने शेयर के आधार पर ऊपर नीचे होती रहती है इसमे 30 कंपनियां शामिल होती है जिसके कारण BSE 30 के नाम से भी जाना जाता है यह सभी यह सभी लिस्टेड अर्थात सूचीबद्ध कंपनियों के भावो के उतार चढ़ाव के बारे में जानकारी प्रदान करता है| सेंसेक्स में कंपनियों को मार्केट कैपिटलाइजेशन के अनुसार देखा जाता है और भारत की GDP का लगभग 37% भाग इन्ही का होता है
मुख्य तौर पर देखे तो यह कहना गलत नहीं होगा कि सेंसेक्स का मुख्य कार्य है सभी 30 सूचीबद्ध कंपनियों के शेयरों की कीमतों और उनके सूचकांको पर नजर रखना |
2. सेंसेक्स कैसे बनता है ?
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का ही हिस्सा है सेंसेक्स जो की सभी सूचीबद्ध कंपनियों से मिलकर बना हुआ है इसके अलावा सेंसेक्स की कुल लिस्टेड कंपनियों की बात करे तो हजारो कंपनियां सेंसेक्स में शामिल है लेकिन सेंसेक्स के सूचकांको के आंकड़ो की गणना केवल प्रमुख 30 कंपनियों के शेयरों के आधार पर होती है |
यह सभी कंपनियां भारत के 13 अलग अलग सेक्टर से ली जाती है जो अपने सेक्टर में प्रमुख होती है और मार्केट का बहुत बड़ा हिस्सा इनके अंतर्गत कार्य करता है यह कंपनियां बैंकिंग,फाइनेंस,ऑटोमोबाइल,फार्मा,इन्फ्रास्ट्रक्चर,इलेक्ट्रिकल,टेक्नोलॉजी, और ऐसे ही अलग अलग सेक्टर से चुनी जाती है मार्केट में इनका अपना प्रभुत्व होता है इसलिए इनके शेयरों की मांग मार्केट में ज्यादा होती है |
और इसी आधार पर इन्हें टॉप 30 कंपनियों में शामिल किया जाता है और यही कारण है की इनके शेयरों की निवेशक अधिक खरीदते और बेचते है जिससे इनकी मार्केट में साख बन जाती है और यह सूचीबद्ध कंपनियों में शामिल होती है| Sensex in hindi
इन सभी सूचीबद्ध कंपनियों का चुनाव स्टॉक एक्सचेंज की इंडेक्स कमिटी के द्वारा किया जाता है जिनमे मुख्य रूप से सरकार,बैंक,वितीय संस्थान,अर्थशास्त्री और बाज़ार के बड़े विशेषज्ञ होते है जो कंपनियों का चयन करते है|
3.सेंसेक्स के घटने और बढने के क्या कारण है ?
सेंसेक्स के घटने और बढ़ने के कारण की बात करे तो कंपनियों के शेयरों में बदलाव के कारण होता है सरल भाषा में कहे तो यदि कंपनी Share bazar में अच्छा प्रदर्शन करती है तो या फिर कोई नया प्रोजेक्ट लॉन्च करती है,अपने कार्यो का विस्तार करती है जिससे कम्पनी की प्रगति होती है अच्छे प्रदर्शन के फलस्वरूप कंपनी के शेयर का भाव शेयर बाज़ार में उछाल मारेगा और भाव तेजी से ऊपर होगा |
इसके विपरीत यदि किसी कंपनी का प्रदर्शन किसी दिन अच्छा नहीं रहता है और वह उस दिन अपनी प्रतियोगी कंपनियों से अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाई तो उसके फलस्वरूप शेयर बाज़ार में उसके भाव में कमी आएगी जिस कारण भाव गिरेगा यही नियम सब कंपनियों पर लागू होता है सभी मिलकर अच्छा प्रदर्शन करती है तो सेंसेक्स में उछाल देखने को मिलेगा और अगर सबका प्रदर्शन ठीक नहीं रहा तो सेंसेक्स का सूचकांक नीचे गिरेगा |
4.किस आधार पर सभी कंपनियों का चुनाव होता है ?
1.प्रत्येक दिन के औसत ट्रेड और कंपनी की वैल्यू के आधार पर कंपनी देश की बाकि 100 कंपनियों में होनी चाहिए |
2.एक साल के अंतर्गत कंपनी ने जितने दिन भी जब शेयर बाज़ार खुला हो तो कितना स्टॉक कंपनी ने ख़रीदा या बेचा है इस बात को भी ध्यान में रखा जाता है |
3.कंपनी के शेयर पिछले 1 साल या उससे अधिक समय से share market में सूचीबद्ध होने चाहिए | Sensex in hindi
यह कुछ मुख्य बाते है इनके अलावा और भी कई बाते है जो की एक कंपनी की लिस्टिंग में इंडेक्स कमिटी द्वारा ध्यान दी जाती है |
5.सेंसेक्स के क्या फायदे है ?
सेंसेक्स का सबसे मुख्य फायदा यह है की यहाँ निवेशक अपने निवेश के जरिय अपना भविष्य निर्धारित करता है यह निर्भर करता कि मिवेशक को बाज़ार और कंपनी के बारे में कितना ज्ञान प्राप्त है जिसकी सहायता से वह बाज़ार में किसी कंपनी के शेयरों में निवेश करता है |
इसके अलावा रूपए की चाल बाज़ार के अनुरूप समय समय पर बदलती रहती है और जब रुपया मजबूत होता है तो देश में वस्तुओ के दामो में कमी आती है वह सस्ती होती है लेकिन यदि रूपए की कीमत लुढ़कती है तो वस्तुओ की कीमते बढ़ जाती है या महंगी हो जाती है |
आइये इसके अलावा और भी मुख्य फायदों पर ध्यान दे :-
1.जब सेंसेक्स ऊपर जाता है अर्थात कंपनियों के कार्यो में तेजी आती है तो निवेशक ऐसे समय में कंपनियों में निवेश की इच्छा रखते है ऐसे में कंपनियां बढ़ने (Grow) करने लगती है और कंपनियों के विस्तार के कारण कंपनियों में अधिक लोगो की आवश्कता होती है जिसके कारण रोजगार के अवसर बढ़ते है और लोगो को रोजगार मिलता है और बेरोजगारों की संख्या में कमी आती है | Sensex in hindi
2.जब शेयर बाज़ार अच्छा प्रदर्शन करता है तो देश के साथ साथ विदेशी निवेशक भी आगे आते है और भारतीय कंपनियों में निवेश करते है पैसा लगाते है जिससे रूपए में तेजी आती है और विदेशी मुद्रा के मुकाबले रुपया मजबूत होता है और अधिक विदेशी निवेश से वस्तुओ की कीमते घटने लगती है जिससे महंगाई (Inflation ) में भी कमी आती है |
6.सेंसेक्स का नया कीर्तिमान
आज भारतीय Share Market या शेयर बाज़ार की बात करे तो 1990 में जहाँ सेंसेक्स का संवेदी सूचकांक 1000 हुआ करता था वहीं आज यह आंकड़ा 2020 में 37,000 को पार कर चुका है और हर एक दिन नये कीर्तिमान रच रहा है और निरंतर नई उचाईंयां प्राप्त कर रहा है हम आशा करते है कि भविष्य में यह और भी प्रगति करे और नये कीर्तिमान स्थापित करे जिससे निवेशको को अधिक मुनाफा हो और रूपए में तेजी आये जिससे महंगाई कम हो और लोगो को रोजगार के नये अवसर मिल सके |
बाज़ार के व्यवहार से यदि आप पूर्णत परिचित नहीं है तो share market आपके लिए अधिक जोखिम भरा हो सकता है शेयर बाज़ार के लिए आपको पहले बाज़ार के बारे में अधिक ज्ञान अर्जित करना होगा और बाज़ार में बहुत सोच समझकर निवेश करना होगा जिससे अधिक मुनाफा और कम नुकसान हो सके |
सेंसेक्स से जुडी यह जानकारी आपको कैसी लगी आशा करता हूँ की सेंसेक्स से जुड़े आपके सभी प्रश्नों के उत्तर मेने देने की कोशिश की है और Sensex in hindi – सेंसेक्स क्या है ? के बारे में में आपको जानकारी डे पाया हूँ तो अगर यह जानकारी अच्छी लगी हो तो इस पोस्ट को अपने दोस्तों और रिश्तेदारों के साथ share जरुर करे धन्यवाद !
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